उप्र
टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक मेहता पार्क में हुई। इसमें टीईटी मेरिट के
आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति करने की मांग की गई। सरकार पर बेरोजगारों के
उत्पीड़न का आरोप लगाया गया। जिलाध्यक्ष उमेश यादव ने कहा कि टीईटी परीक्षा
प्राथमिक शिक्षकों में गुणवत्ता लाने के लिए कराई गई थी। इसलिए टीईटी मेरिट
के आधार पर ही शिक्षकों की भर्ती होनी चाहिए। हम अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं।
सरकार को मनमानी नहीं करने दी जाएगी। उम्मीद है कि अप्रैल माह के अंत तक
न्यायालय का फैसला भी आ जाएगा। उमेश वर्मा ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा
व्यक्ति के जीवन की नींव होती है। इसलिए सरकार को प्राथमिक शिक्षा की नींव
को मजबूत करना चाहिए। मनोज चौहान ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों में 35
छात्र पर एक शिक्षक का मानक है लेकिन यहां एक शिक्षक 100 से अधिक छात्रों
को पढ़ा रहा है। यह सीधे-सीधे शिक्षा की नींव को कमजोर करने के समान है।
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